आज की इस पोस्ट में हम आपके लिए Dard Bhari Bewafa Shayari In Hindi लेकर आए हैं। प्यार में हमें बहुत बार धोखा देखने को मिल जाता है। ऐसे में ज्यादातर लोग अपने दिल की बात को शायरी के जरिए कहते हैं। यही वजह है कि बेवफा लोगों के ऊपर बहुत सारी शायरी लिखी गई है। अगर आपका भी किसी ने दिल तोड़ा है, और आप बेवफा शायरी दिल टूटने वाली का Collection ढूंढ रहे हैं तो हमारा यह आर्टिकल आपके लिए काफी मददगार साबित होगा।
आप इन bewafa sad shayari photo को download कर सकते है या उनको व्हाट्सप्प पर शेयर कर सकते हैं।
Dard Bhari Bewafa Shayari In Hindi

जब किसी को दिल से चाहो तो वो बेवफा बन जाता है,
ये सिर अगर झुकाओ तो तब सनम भी खुदा हो जाता है,
हम जब तक उनके काम आते रहे हमसफर कहलाते रहे,
और फिर काम निकल जाने पर हमसफर फिर कोई दूसरा बन जाता है।
ये सिर अगर झुकाओ तो तब सनम भी खुदा हो जाता है,
हम जब तक उनके काम आते रहे हमसफर कहलाते रहे,
और फिर काम निकल जाने पर हमसफर फिर कोई दूसरा बन जाता है।

ऐ दिल तू क्यों रोता है किसी बेवफा की याद पर,
बना लिया है उसने अपना आशियाना तेरे ही टुकड़ों पर।
बना लिया है उसने अपना आशियाना तेरे ही टुकड़ों पर।

दिल ने बोला मुझसे,
अपनी जिंदगी किसी कातिल के हवाले कर,
कब तक बेवफाई की याद में,
जलता रहेगा सुलग सुलग कर।
अपनी जिंदगी किसी कातिल के हवाले कर,
कब तक बेवफाई की याद में,
जलता रहेगा सुलग सुलग कर।

मुश्किल इतनी भी नहीं थी मेरी राहें प्यार की,
जो झाप छोड़ दी तूने अपने बेवफाई की।
जो झाप छोड़ दी तूने अपने बेवफाई की।

कभी जिस के आँखों के तारे हुआ करते थे हम,
आज उसके शर्मिंदगी का कारण बन गए हैं हम,
एक बेवफा से मोहब्बत की, क्योकि नादान थे हम,
नादानी की सजा मिली, क्योकि प्यार में पागल थे हम।
आज उसके शर्मिंदगी का कारण बन गए हैं हम,
एक बेवफा से मोहब्बत की, क्योकि नादान थे हम,
नादानी की सजा मिली, क्योकि प्यार में पागल थे हम।

काश कल की मोहब्बत हम आज भी कर पाते,
गम ना होता आपकी इस बेवफाई का इतना,
अगर इसी जन्म में आपके साथ सात जन्म ना जी जाते।
गम ना होता आपकी इस बेवफाई का इतना,
अगर इसी जन्म में आपके साथ सात जन्म ना जी जाते।

क्यों तुम हमसे इस तरह दूर हो गए,
क्या हुई बात ऐसी जो तुम इतना बेवफा हो गए,
हम सपने देखते रह गए हमारी मोहब्बत के,
और तुम बेवफाई में मशगूल हो गए।
क्या हुई बात ऐसी जो तुम इतना बेवफा हो गए,
हम सपने देखते रह गए हमारी मोहब्बत के,
और तुम बेवफाई में मशगूल हो गए।

देखा हमने दुनिया में प्यार का ऐसा अंजाम,
देते थे हम जिसकी मोहब्बत की दुहाई,
उसी ने बेवाई से कर दिया मोहब्बत को बदनाम।
देते थे हम जिसकी मोहब्बत की दुहाई,
उसी ने बेवाई से कर दिया मोहब्बत को बदनाम।

बेवफाई के बीज जो तूने बोये हैं,
उसका फल तू भी कभी खायेगी,
किसी दिन तू भी बहोत पछ्तायेगी,
जब तू भी किसी से धोखा खायेगी।
उसका फल तू भी कभी खायेगी,
किसी दिन तू भी बहोत पछ्तायेगी,
जब तू भी किसी से धोखा खायेगी।

बेवफाई के मंजर दिलों को तोड़ दिया करते हैं,
मंजिल की बात किया करते थे जो,
वो बीच राह में ही साथ छोड़ दिया करते हैं।
मंजिल की बात किया करते थे जो,
वो बीच राह में ही साथ छोड़ दिया करते हैं।

हम एक दिन ऊपर वाले की गोद में चले जाएंगे,
जमाने का सारा रिश्ता पीछे छोड़ जायेंग,
लेकिन आपकी दी हुई बेवफाई का दर्द,
हम ऊपर भी नहीं भुला पाएंगे।
जमाने का सारा रिश्ता पीछे छोड़ जायेंग,
लेकिन आपकी दी हुई बेवफाई का दर्द,
हम ऊपर भी नहीं भुला पाएंगे।

हमने खुद को क्यों इस तरह से बर्बाद किया,
प्यार किया था उनसे या खूबसूरत गुनाह किया,
इस कम्बख्त दिल में बसाई थी संसार उनकी,
पर उनकी बेवफाई ने वही दिल खंजर कर दिया ।
प्यार किया था उनसे या खूबसूरत गुनाह किया,
इस कम्बख्त दिल में बसाई थी संसार उनकी,
पर उनकी बेवफाई ने वही दिल खंजर कर दिया ।

इश्क वो बेवफा कोहिनूर हीरा है ऐ मेरे दोस्त,
आशिक़ भले ही करले उसके ऊपर जितना भी नाज,
पर बेवफाई में वो रोशन कर देता है किसी और का ताज।
आशिक़ भले ही करले उसके ऊपर जितना भी नाज,
पर बेवफाई में वो रोशन कर देता है किसी और का ताज।

काश अगर दुनिया में ये मोहब्बत ही ना होती,
तो कम से कम इन दिलों में खटास ना होती,
मिल जाती अगर बेवफाओं को सजा-ए-मौत
तो दीवानों की रूह इस तरह उदास ना होतीं।
तो कम से कम इन दिलों में खटास ना होती,
मिल जाती अगर बेवफाओं को सजा-ए-मौत
तो दीवानों की रूह इस तरह उदास ना होतीं।

आप मिले भी तो क्या मिले,
बनकर सिर्फ एक बेवफा मिले,
हमने ऐसा क्या गुनाह किया था,
जो इतने जख्म मुझे आपसे मिले।
बनकर सिर्फ एक बेवफा मिले,
हमने ऐसा क्या गुनाह किया था,
जो इतने जख्म मुझे आपसे मिले।

हमें ना मोहब्बत मिली और ना प्यार,
हम बुनते रह गए आपके साथ रहने के सपने,
पर हमें मिला तो बस एक बेवफा यार।
हम बुनते रह गए आपके साथ रहने के सपने,
पर हमें मिला तो बस एक बेवफा यार।

इस दिल के दर्द का कोई नहीं है इलाज़,
आपके दिए जख्म पर हम नहीं है नाराज़,
क्या ये आपकी बेरहम बेवफाई है,
या इसके पीछे छिपा है कोई राज़।
आपके दिए जख्म पर हम नहीं है नाराज़,
क्या ये आपकी बेरहम बेवफाई है,
या इसके पीछे छिपा है कोई राज़।

उनको हम अगर बेवफा कहेंगे,
खुद अपनी ही नजरों में गिर जाएंगे ,
वो मोहब्बत भी हमारी थी,
और वो पसंद भी हमारी थी ।
खुद अपनी ही नजरों में गिर जाएंगे ,
वो मोहब्बत भी हमारी थी,
और वो पसंद भी हमारी थी ।

हमें याद रहेगा जिंदगी भर ये दर्द-ए-बेवफाई,
ना भूलेंगे कि क्या खूब तरसे थे आपके मोहब्बत में,
और कैसे आपके लिए हमने अपनी जिंगदी गंवाई।
ना भूलेंगे कि क्या खूब तरसे थे आपके मोहब्बत में,
और कैसे आपके लिए हमने अपनी जिंगदी गंवाई।

इश्क में दर्द का हमें कोई गम नहीं,
आपके दिए जख्मों का भी कोई मलहम नहीं,
आपकी नाराज़गी सर आँखों पर,
पर आपकी बेवफाई हमें मंजूर नहीं।
आपके दिए जख्मों का भी कोई मलहम नहीं,
आपकी नाराज़गी सर आँखों पर,
पर आपकी बेवफाई हमें मंजूर नहीं।